आज के दौर में सरकारें केवल बड़ी कंपनियों या उद्योगों की नहीं, बल्कि छोटे कारीगरों, दस्तकारों और पारंपरिक हुनर वालों की भी मदद कर रही हैं। भारत जैसे देश में जहां हर गली-मोहल्ले में कोई न कोई कारीगर — जैसे बढ़ई, लोहार, दर्जी, सुनार, कुम्हार या मोची — मिल जाता है, उनके लिए सरकार ने ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2025’ की शुरुआत की है।
यह योजना उन मेहनतकश लोगों के लिए है, जिनके हाथों में हुनर है, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण वे आगे नहीं बढ़ पा रहे। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में पूरी जानकारी — सरल भाषा में, बिल्कुल इंसानी अंदाज़ में।
गाय-भैंस बनेंगी एटीएम! मुख्यमंत्री पशुधन योजना से सीधे 10 लाख का सबको फायदा, जल्दी करें मौका न छूटे
इस योजना का उद्देश्य क्या है?
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का मकसद है भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को तकनीकी ट्रेनिंग, टूलकिट और फाइनेंशियल सपोर्ट देकर आत्मनिर्भर बनाना। सरकार का मानना है कि ये लोग छोटे-छोटे उद्योगों की रीढ़ हैं, और इनकी मदद से ‘मेक इन इंडिया’ और ‘लोकल फॉर वोकल’ जैसे अभियान को नई ताकत दी जा सकती है।
किन लोगों को मिलेगा लाभ?
इस योजना का लाभ उन लोगों को मिलेगा जो परंपरागत हस्तशिल्प या सेवा कार्य करते हैं, जैसे –
-
दर्जी (टेलर)
-
बढ़ई (कारपेंटर)
-
लोहार
-
मोची (चर्मकार)
-
सुनार
-
कुम्हार
-
राजमिस्त्री
-
नाई (हेयर ड्रेसर)
-
हथकरघा बुनकर
-
टोकरियाँ बनाने वाले
-
मूर्तिकार
-
और अन्य पारंपरिक शिल्पकारी से जुड़े लोग
विश्वकर्मा योजना 2025 में क्या-क्या मिलेगा?
-
7 दिनों की फ्री ट्रेनिंग
हर लाभार्थी को उसके कार्य से जुड़ी आधुनिक तकनीक और कौशल पर सात दिन की मुफ्त ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ट्रेनिंग के दौरान 500 रुपये प्रतिदिन का स्टाइपेंड (भत्ता) भी दिया जाएगा। -
₹15,000 की आधुनिक टूलकिट
ट्रेनिंग के बाद लाभार्थी को उसका काम आसान और बेहतर बनाने के लिए ₹15,000 तक की नई टूलकिट मुफ्त में दी जाएगी। -
बैंक से सस्ती लोन सुविधा
योजना के तहत बिना गारंटी के आसान शर्तों पर बैंक लोन भी दिया जाएगा ताकि कारीगर अपना काम शुरू या बढ़ा सकें। -
डिजिटल पेमेंट और ब्रांडिंग सपोर्ट
उन्हें डिजिटल लेनदेन की ट्रेनिंग दी जाएगी, QR कोड और UPI पेमेंट सिस्टम से जोड़ने की कोशिश होगी। साथ ही उनके उत्पादों को लोकल मार्केट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ब्रांडिंग करने में मदद मिलेगी। -
सरकारी पहचान और प्रमाणपत्र
लाभार्थी को सरकार की तरफ से “विश्वकर्मा कार्ड” मिलेगा जिससे उसे भविष्य में अन्य योजनाओं का भी फायदा मिलेगा।
आवेदन कैसे करें?
-
सबसे पहले www.pmvishwakarma.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
-
“Apply Online” सेक्शन पर क्लिक करें।
-
अपना मोबाइल नंबर और आधार नंबर दर्ज करें।
-
परिवार और पेशे की पूरी जानकारी भरें।
-
दस्तावेज़ अपलोड करें — जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, काम की फोटो या वीडियो आदि।
-
सबमिट करने के बाद आपका फॉर्म रजिस्टर हो जाएगा।
-
ग्राम पंचायत या शहरी निकाय से वेरीफिकेशन के बाद आपको योजना में शामिल किया जाएगा।
जरूरी दस्तावेज़ क्या लगेंगे?
-
आधार कार्ड
-
बैंक पासबुक (IFSC सहित)
-
मोबाइल नंबर
-
पासपोर्ट साइज फोटो
-
पेशे से जुड़ी जानकारी या प्रमाण
-
कोई काम का फोटो या वीडियो (यदि उपलब्ध हो)
2025 में क्या नया जोड़ा गया है?
2025 के संस्करण में कुछ नई चीजें जोड़ी गई हैं:
-
टूलकिट अब और बेहतर और आधुनिक होगी, ताकि कारीगर ग्लोबल लेवल की क्वालिटी का काम कर सकें।
-
महिलाओं को अलग से प्राथमिकता दी जा रही है।
-
ट्रेन्ड कारीगरों को सरकारी टेंडर में प्राथमिकता मिल सकती है।
-
योजना को सीधे ‘मुद्रा योजना’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ से जोड़ा जा रहा है ताकि और फाइनेंशियल मदद मिल सके।